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1.02.2022

'स्वागत नववर्ष...'

 मैसेंजर ऑफ ऑर्ट     02 January     कविता     No comments   

नवलीन वर्ष 2022 में मैसेंजर ऑफ आर्ट के आदरणीय पाठकगण ! आइये, पढ़ते हैं, कवयित्री प्रेमलता ठाकुर जी की वर्त्तमान परिदृश्य पर कविता.......

कवयित्री प्रेमलता ठाकुर 

स्वागत

नववर्ष 2022

नये साल में

सिर्फ तारीखे ही

नहीं बदलती 

बदलती है समय की

हर तस्वीर

और बदल जाती है

युग की तकदीर भी 

टूट जाती है पुरानी जंजीरे

बहती है जब 

परिवर्तन की धारा

तोड़ देती हर कारा

नए युग के निर्माण की

दूर होती

सारी बाधाएँ 

विकास के रफ्तार से

जुड़ती हर दिशाएँ 

परिवर्तन की बुनियाद

जब गहरी होती है 

नए युग के निर्माण की

भूमिका नई गढ़ती है 

विचारों की श्रृंखलाएं

नए अवसर लाता है 

सभी अपनी अपनी योग्यता का

श्रेष्ठ प्रमाण पाता है

चुनौतियोंयों के मुकाम के लिए

हौसलें में थकान नहीं होती

जुनून और जिंदादिली

विजय का प्रमाण बनता है

नया वर्ष

युग के स्पंदन में

प्राण नई भरता है !

नमस्कार दोस्तों ! 

'मैसेंजर ऑफ़ ऑर्ट' में आप भी अवैतनिक रूप से लेखकीय सहायता कर सकते हैं । इनके लिए सिर्फ आप अपना या हितचिंतक Email से भेजिए स्वलिखित "मज़ेदार / लच्छेदार कहानी / कविता / काव्याणु / समीक्षा / आलेख / इनबॉक्स-इंटरव्यू इत्यादि"हमें  Email-messengerofart94@gmail.com पर भेज देने की सादर कृपा की जाय।
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