नवलीन वर्ष 2022 में मैसेंजर ऑफ आर्ट के आदरणीय पाठकगण ! आइये, पढ़ते हैं, कवयित्री प्रेमलता ठाकुर जी की वर्त्तमान परिदृश्य पर कविता.......
स्वागत
नववर्ष 2022
नये साल में
सिर्फ तारीखे ही
नहीं बदलती
बदलती है समय की
हर तस्वीर
और बदल जाती है
युग की तकदीर भी
टूट जाती है पुरानी जंजीरे
बहती है जब
परिवर्तन की धारा
तोड़ देती हर कारा
नए युग के निर्माण की
दूर होती
सारी बाधाएँ
विकास के रफ्तार से
जुड़ती हर दिशाएँ
परिवर्तन की बुनियाद
जब गहरी होती है
नए युग के निर्माण की
भूमिका नई गढ़ती है
विचारों की श्रृंखलाएं
नए अवसर लाता है
सभी अपनी अपनी योग्यता का
श्रेष्ठ प्रमाण पाता है
चुनौतियोंयों के मुकाम के लिए
हौसलें में थकान नहीं होती
जुनून और जिंदादिली
विजय का प्रमाण बनता है
नया वर्ष
युग के स्पंदन में
प्राण नई भरता है !
नमस्कार दोस्तों !
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