आइये, मैसेंजर ऑफ आर्ट के प्रस्तुतांक में पढ़ते हैं, कवयित्री स्वाति श्वेता जी की वर्त्तमान परिदृश्य पर रचित अद्वितीय कविता......
कवयित्री स्वाति श्वेता |
भूख से लड़ता बचपन
एक दिन टूट जाएगा
यह लूटेरा समय
सब कुछ लूट जाएगा
मानवीय अंत:करण को
संक्षिप्त होने से बचाओ
अपनी आत्मा की आँच को
अब तो बढ़ाओ !
नमस्कार दोस्तों !
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