भारतीय संविधान की समझ हर भारतीय को होनी चाहिए, लेकिन युवा वर्ग में यह कमी देखने को मिल रही है, आइये मैसेंजर ऑफ आर्ट में पढ़ते हैं, संविधान की प्रस्तावना के बारे में --
आजकल संविधान की रक्षा हेतु कई संगठन लगे हैं, किन्तु भारत का संविधान की रक्षा उनकी 'प्रस्तावना' को अमल में लाकर ही संभव है । विदित है, संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को पारित हुआ तथा 26 जनवरी 1950 से प्रभावी हुआ, लेकिन क्या आज के युवा पीढ़ी 'हम भारत के लोग' प्रस्तावना को समझ पा रहे हैं या पहाड़ा की तरह 'भारतीय संविधान की' आत्मा' प्रस्तावना को 'पढ़ाई' का भाग बनाकर 'रटवाया' जा रहा है, क्योंकि 'अच्छे-अच्छे और बड़े-बड़े' लोग 'प्रस्तावना' में लिखे शब्दों के अर्थ बता नहीं पा रहे हैं ?
-- प्रधान प्रशासी-सह-प्रधान संपादक ।
0 comments:
Post a Comment