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4.03.2019

"देशहित से ऊपर विचाराभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं"

 मैसेंजर ऑफ ऑर्ट     03 April     विविधा     No comments   

भारत की जनसंख्या संसार में दूसरी आबादी लिए है, किंतु भारतीय लोकतंत्र संसार में सबसे बड़ी लोकतंत्र है । यहाँ के लोकतंत्र में सबसे बड़ा पर्व चुनाव होता है और चुनावों में लोकसभा चुनाव महापर्व कहलाता है । भारत के निर्वाचन आयोग ने सात चरणों में अर्थात 11 अप्रैल से 19 मई 2019 तक सम्पादित होगी तथा 23 मई को एतदर्थ मतगणना सम्पन्न होकर 17वीं लोकसभा का गठन हो जाएगा । इस घोषणा के साथ ही देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है । इसबार सोशल मीडिया भी आचार संहिता के अंतर्गत आएंगे ! ध्यातव्य है, 16वीं लोकसभा चुनाव 9 चरण में हुआ था । इसबार लोकसभा चुनाव के साथ 4-राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होंगे ! आज मैसेंजर ऑफ आर्ट में पढ़ते हैं देशहित से ऊपर विचार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं होने चाहिए ---



आजकल अस्वस्थ विचार-अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दौर चल गया है । येन प्रकारेण विचार-अभिव्यक्त करना फैशन रह गया है ! हमारे संविधान में अनु.-19(क) में हम भारतीयों के लिए विचार-अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की बात है, परंतु यह भारत की अखण्डता, गोपनीयता, एकता की अक्षुण्णता को नज़रअंदाज़ कर नहीं ! इसलिए किसी भी भारतीयों को देशहित से ऊपर स्वयं के अनाप-शनाप विचार प्रकटीकरण की छूट नहीं मिलने चाहिए, चाहे आम लोग हो, पत्रकार हो, सत्ताधिकारी हो या जज ही क्यों ना हो ? अगर देश ही अपना नहीं रहे, तो हम शरीर से ही नहीं, विचार को भी आदान-प्रदान नहीं कर सकेंगे !

( फ़ोटो साभार :-- गूगल )

-- प्रधान प्रशासी-सह-प्रधान संपादक।
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