MESSENGER OF ART

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • Contribute Here
  • Home
  • इनबॉक्स इंटरव्यू
  • कहानी
  • कविता
  • समीक्षा
  • अतिथि कलम
  • फेसबुक डायरी
  • विविधा

1.16.2017

"राष्ट्रधर्म से ऊपर कोई सन्देश या सेवा नहीं"

 मैसेंजर ऑफ ऑर्ट     16 January     मन की बात     No comments   



                      "राष्ट्रधर्म से ऊपर कोई सन्देश या सेवा नहीं" 


राष्ट्र से ऊपर कोई भी धर्म या जाति नहीं हैं । मानवता की सेवा से भी बढ़कर राष्ट्रसेवा है । अगर देश ही नहीं रहे, तो हम कहीं के रह नहीं पाएंगे। तब हमारी मानसिकता गुलामी से जकड़ जायेगी, इसलिए मेरा मत है कि मंदिर में सुबह की प्रार्थना से पहले, मस्जिद में उसदिन के प्रथम अजान से पहले व अन्य धर्मों के पूजास्थल में सुबह की प्रार्थना-सत्र से पहले 'राष्ट्रगान' गायन को अनिवार्य कर देना चाहिए । इस सम्बन्ध में माननीय सुप्रीम कोर्ट को स्वतः संज्ञान लेना चाहिए ! इतना नहीं, राष्ट्रगान की अनिवार्यता सभी तरह के न्यायालय, संसद, विधानसभा आदि में भी कार्यवाही प्रारम्भ की जाने से पूर्व अवश्य होनी चाहिए । ऐसी प्रासंगिकता के मद्देनज़र सिनेमाघरों में 'ब्लू फ़िल्म' नहीं दिखाए जाने चाहिए।

-- प्रधान प्रशासी-सह-प्रधान संपादक ।


  • Share This:  
  •  Facebook
  •  Twitter
  •  Google+
  •  Stumble
  •  Digg
Newer Post Older Post Home

0 comments:

Post a Comment

Popular Posts

  • 'रॉयल टाइगर ऑफ इंडिया (RTI) : प्रो. सदानंद पॉल'
  • 'महात्मा का जन्म 2 अक्टूबर नहीं है, तो 13 सितंबर या 16 अगस्त है : अद्भुत प्रश्न ?'
  • "अब नहीं रहेगा 'अभाज्य संख्या' का आतंक"
  • "इस बार के इनबॉक्स इंटरव्यू में मिलिये बहुमुखी प्रतिभाशाली 'शशि पुरवार' से"
  • "समाजसेवा के लिए क्या उम्र और क्या लड़की होना ? फिर लोगों का क्या, उनका तो काम ही है, फब्तियाँ कसना !' मासिक 'इनबॉक्स इंटरव्यू' में रूबरू होइए कम उम्र की 'सोशल एक्टिविस्ट' सुश्री ज्योति आनंद से"
  • 'बाकी बच गया अण्डा : मैसेंजर ऑफ़ ऑर्ट'
  • 'जहां सोच, वहां शौचालय'
  • "प्यार करके भी ज़िन्दगी ऊब गई" (कविताओं की श्रृंखला)
  • 'जानकीपुल.कॉम' के शिल्पकार श्री प्रभात रंजन से 'इनबॉक्स इंटरव्यू'
  • "एक शरीफ़ लेखक की शरीफ़ाई 'कोठागोई"

Categories

  • अभियान
  • आपबीती
  • आलेख
  • मन की बात
  • मैसेंजरनामा
  • लघुकथा
  • शोध आलेख
Powered by Blogger.

Copyright © MESSENGER OF ART