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7.01.2016

'हम ‪‎इंडियन‬ होना भूल रहे है ...!!'

 मैसेंजर ऑफ ऑर्ट     01 July     कविता     No comments   

                                         'हम ‪इंडियन‬ होना भूल रहे है ...!!'
न गांधी आएंगे न नेहरू
न सुभाष आएंगे न भगत
साल बितते है स्मारक बनते है इनके नाम पर
जन्मदिवस और पुण्यतिथि पर याद आते है वे ।
कभी 'कौवे" कर देते है पेशाब उनके मूर्तियों पर
कभी नेतागण बाट देते है इन्हें अपने बिरादिरों में ।
कोई इन्हें हिन्दू कहते तो कोई मुस्लिम
पर ;
न हिन्दू एक होंगे न मुस्लिम एक होंगे
न सिख एक होंगे न ईसाई
बस धर्मनिरपेक्ष के नाम पर
यहाँ rape होंगे ....!!
धर्मनिरपेक्ष की बात याद आई ,लेकिन ह्यूमैनिटी को भूल रहे है
दन्त कथा के दम पर , युद्धरत बन रहे है 
मानों या न मानों पर ‪‎धर्मो‬ के नाम पर ...!!
हम इंडियन होना भूल रहे है !!
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