आज मैसेंजर ऑफ आर्ट में पढ़ते हैं, लेखिका व कवियत्री सुश्री कल्पना पांडेय की रचना........
सुश्री कल्पना पांडेय |
बस इंतज़ार लपेटा है-
और तुम इसे खूबसूरती कह रहे हो
इंतजार कत्थई होने को है
क्षितिज के उस पार
कोई चांद बुझाओ
तो बात बने।
नमस्कार दोस्तों !
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