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7.24.2020

'लेखक अभिलाष दत्ता की मन की बात'

 मैसेंजर ऑफ ऑर्ट     24 July     फेसबुक डायरी, मन की बात     No comments   

आइये, मैसेंजर ऑफ आर्ट के प्रस्तुतांक में पढ़ते हैं श्री अभिलाष दत्ता जी के फ़ेसबुक वॉल से साभार ली गयी लघु आलेख...
श्रीमान अभिलाष दत्ता

चेतन भगत को पढ़-पढ़ कर पाठक से लेखक बने कुछ हिंदी लेखक अपनी किताब में चेतन भगत का नाम लेकर उसपर तंज कसते हैं। जबकि उनका लेखन शैली चेतन भगत से प्रभावित है।
आप चेतन भगत नहीं बन सकते, उसकी कुंठा अपनी किताबों में निकालिये और स्टार राइटर बन जाइए।
यह हम भी माने की चेतन भगत की किताबें साहित्यक दृष्टिकोण से उतनी सही नहीं है, लेकिन ये वही आदमी है जिसके किताबों ने एक नया पाठक वर्ग तैयार कर के भारत को दिए ! एक दौर में देश में साहित्य ख़त्मने के कगार पर पहुँच चुकी थी। इसी आदमी के किताब ने उसमें जान फूँक दिया और आप नए बने बेस्टसेलर अपनी किताब में उसको टौंट करते हैं।
करिए, मन भर कीजिये। जिसका हम कुछ नहीं कर सकते, उसका बुराई तो कर ही सकते हैं।

नमस्कार दोस्तों ! 


'मैसेंजर ऑफ़ ऑर्ट' में आप भी अवैतनिक रूप से लेखकीय सहायता कर सकते हैं । इनके लिए सिर्फ आप अपना या हितचिंतक Email से भेजिए स्वलिखित "मज़ेदार / लच्छेदार कहानी / कविता / काव्याणु / समीक्षा / आलेख / इनबॉक्स-इंटरव्यू इत्यादि"हमें  Email -messengerofart94@gmail.com पर भेज देने की सादर कृपा की जाय ।
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