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9.05.2019

लप्रेस : 'मैं राधाकृष्णन बोल रहा हूँ।' (लघु प्रेरक समीक्षा)

 मैसेंजर ऑफ ऑर्ट     05 September     समीक्षा     No comments   

हम 'शिक्षक-दिवस' पर शुभकामनाओं का 'अंबार' लगा देते हैं, लेकिन शिक्षकों के बारे में कभी नहीं सोचते हैं कि समय पर उन्होंने वेतन पाई है या नहीं...परंतु पढ़ाने के अलावा अन्य हर काम सरकार उन्हें जरूर सौंप देती हैं, जिनमें इलेक्शन कार्य से लेकर बच्चों के खाना खिलाने तक (MDM) शामिल है ! क्या ऐसे होने चाहिए 'शिक्षकों' का शिक्षक-दिवस ? आइये, मैसेंजर ऑफ आर्ट में आज पढ़ते हैं, पुस्तक मैं राधाकृष्णन बोल रहा हूँ कि लघु प्रेरक समीक्षा...


#लप्रेस #लघु_प्रेरक_समीक्षा
गत साल यह पुस्तक पढ़ने को मिली ।
इस पुस्तक में महान दार्शनिक, विचारक, चिंतक भारतरत्न सर्वपल्ली राधाकृष्णन के प्रेरक विचारों का संकलन है, जिसे पढ़कर तन और मन ऊर्जावान हो जायेगी ।

-- प्रधान प्रशासी-सह-प्रधान संपादक ।
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