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9.05.2018

एक शिक्षक, एक योद्धा और वन मैन आर्मी : RTI गुरु 'सदानंद पॉल'

 मैसेंजर ऑफ ऑर्ट     05 September     मैसेंजरनामा, विविधा     No comments   

आज 'शिक्षक दिवस' है !
यह दिवस क्यों मनाया जाता है, क्या हम सभी को मालूम है ? हम सबों को common बातें ही मालूम है !
लेकिन जहां बिहार के नियोजित शिक्षकों के साथ भेदभाव हो रहा है, वहीं आज 'मैसेंजर ऑफ आर्ट' एक ऐसे शख्स से परिचय कराने जा रहा है, जो किसी परिचय के मोहताज नहीं है। उनका नाम अधिकतम बार पद्म अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट हुआ है । देेश में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए तथा कई महत्त्वपूर्ण सूचनाएँ एकत्र करने के लिए उन्होंने RTI को हथियार बना रखा है और 20,000 से ऊपर RTI आवेदन के द्वारा देश और राज्य सरकारों के हर विभाग में उपजे भ्रष्टाचार खत्म करने की उनकी कोशिश अब भी जारी है। 
वे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर हैं, लेकिन इन सबों के बावजूद वे एक शिक्षक हैं । आइये, ऐसे कई विस्तृत फलक लिए महान शख़्सियत 'प्रो. सदानंद पॉल' के बारे में जानते हैं...........


प्रो. सदानंद पॉल

प्रो0 सदानंद पॉल (SADANAND PAUL) : बहुआयामी परिचय 

प्रो0 सदानंद पॉल "शिक्षाविद्, साहित्यकार, पत्रकार, गणितज्ञ, विज्ञानी, भूकंप- विशेषज्ञ, RTI गुरु, ब्लॉगर, ऐतिहासिक वस्तुओं के संग्रहकर्ता, नृविज्ञानी, करप्शन अगेंस्ट सोशल-एक्टिविस्ट" हैं ।
जन्म स्वतंत्रता सेनानी-परिवार, पिछड़ा वर्ग और मूर्तिकार-माटी कलाकार - परिवार में पाँच मार्च 1975 को कटिहार (बिहार) में ।

शिक्षा और शैक्षिकोपलब्धि :-
पटना विश्वविद्यालय में विधि का अध्ययन । इग्नू, दिल्ली से शिक्षा स्नातक और हिंदी भाषा- साहित्य में स्नातकोत्तर । जैमिनी अकादेमी, पानीपत से हिंदी पत्रकारिता में 'आचार्य' । यू.जी.सी.-'नेट'(हिंदी) में ऑल इंडिया रैंकधारक । रिसर्च-फ़ेलो ( संस्कृति मंत्रालय , भारत सरकार) । फोर्ड फाउंडेशन फ़ेलोशिप के फाइनलिस्ट ,परंतु भारतीय संस्कृति से गहन जुड़ाव के कारण उसे छोड़ा । पटना विश्वविद्यालय (प्रा.प.प्र.के.) में हिंदी अध्यापन (2005-07) और अन्यत्र व्याख्याता (2007 से अद्यतन)। सवा सौ से अधिक मूल्यवान प्रमाणपत्र - धारक । तीन महादेशों की परीक्षा समेत 'I.A.S.' से क्लर्क तक 500 से अधिक सरकारी,अकादमिक तथा अन्य परीक्षाओं में सफलता प्राप्त । 'इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स 2018' ने इनकी शिक्षकीय उपलब्धियों को 'Most Teaching Test Qualified' से सम्मानित किया है ।

पत्रकारिता और एतदर्थ कार्य :-

तेईस वर्ष की आयु में बी.बी.सी.,लंदन (हिन्दी सेवा) हेतु अल्पावधि-कार्य । दैनिक 'आज' में 14 वर्ष की अल्पायु में संवाददाता ,16 वर्ष की आयु में 'भूचाल' पत्रिका और 18 वर्ष की आयु में साप्ताहिक 'आमख्याल' (ध्रुव स्तम्भ) के संपादक । 'विज्ञान प्रगति' हेतु प्रूफएडिटिंग , बिहार सरकार की ज़िलास्थापना - स्मारिका 'कटिहार विहंगम '(2014) के शब्द- संयोजक और कथापत्रिका 'अर्यसन्देश ' के 2015 से ग्रुपएडिटर ।

दस राज्यों के पत्र-पत्रिकाओं :------ दैनिक उर्दू-संगम, हिन्दुस्तान ( बिहार), सागरझील ( म.प्र.), साप्ताहिक शोषित दर्पण (उ.प्र.), आमख्याल (राजस्थान), पाक्षिक तत्वबोध (छत्तीसगढ़), गुंजन (उत्तराखंड), हंस (दिल्ली), महँगा समय ( झारखंड), सवेरा (महाराष्ट्र), अम्बेडकर चिंतन (हरियाणा ) और पटना आकाशवाणी हेतु कार्य । चायना रेडियो इंटरनेशनल से चतुर्थ विश्व महिला सम्मेलनार्थ लिखा 'पर्ल राइटिंग' विभूषित आलेख प्रसारित । माननीय राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, खिलाड़ी, साहित्यकार, आज़ाद हिन्द फ़ौज़ और 1942 क्रान्ति के सेनानी, हिंदी सिनेमा के महानायक श्रीमान अमिताभ बच्चन सहित हज़ारों व्यक्तियों से साक्षात्कार-पत्रवार्ताएं ।

लेखन-क्षेत्र में कई कीर्तिमान :-


1,000 से अधिक विविध-रचनाएँ और दर्जनों शोधालेख देश-विदेश के पत्रिकाओं-संस्थानों में / से प्रिंट और e-magazine में प्रकाशित-प्रसारित तथा लोकपर्व 'छठ' पर पहला आलेख बिहार से बाहर के अखबार में पहलीबार प्रकाशित । स्वयंखोजी '70 लोकगाथाएं' NOU (नालंदा खुला विश्वविद्यालय) में पंजीकृत हुआ । सांख्यिकी और व्याकरणनिष्ठ हिंदी शब्द 'श्री' को 2,05,00,912 तरीक़े से लिखा, जिनके आधारित "हिंदी का पहला ध्वनि व्याकरण" लिखा गया, जिनपर 'शंघाई विश्वविद्यालय (चीन)' ने पहली प्रतिक्रिया दी । भारत सरकार ने पहलीबार स्पेस - फिक्शन 'लव इन डार्विन' का कॉपीराइट- रजिस्टर्ड किया, तो महात्मा गाँधी पर रिसर्च पर पहला 'कॉपीराइट' मिला ।

गणितज्ञ और विज्ञानी के रूप में :-


मात्र 11 वर्ष की अल्पायु में 100 स्वयंखोजी गणितीय-सूत्रों का 'गणित -डायरी' प्रकाशित । एक सवाल का 1,600 तरीके से हल लिए 'गणित-डायरी ' का द्वितीय संस्करण (1998) छपा, जो पटना, भागलपुर और केरल विश्वविद्यालय से प्रशंसित-समीक्षित है । CSIR की संस्थान ने आलेख 'कंप्यूटर की Y2K समस्या का समाधान' के प्रकाशन (1998) पर पत्र लिखा । Abel prize समिति को प्राप्त "Formula of Next PRIME NUMBER's know" पर 30 विश्वविद्यालय , '10' IIT / IISc. / TIFR , 5 मैथमेटिकल - जर्नल्स में मंथन जारी । 'कापरेकर- नियतांक ' को गलत साबित कर 'संख्या-2178' की खोज पर अमेरिकन मैथेमेटिकल सोसाइटी से पत्र प्राप्त । हिंदी में प्रथम गणित-कहानी के लेखक । शोधपत्र- 'भूकंप की भविष्यवाणी और Pi का समानांतर मान =19/6' को 'तृतीय अ.भा. विज्ञान सम्मलेन, नई दिल्ली' (2004) में प्रस्तुत । राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के भूकम्परोधी-सिस्टम में एतदर्थ शोध शामिल । नृविज्ञान के तौर पर सभी तरह के भारतीय जातियों पर कार्य ।

भ्रष्टाचारमुक्त भारत के लिए RTI क्षेत्र में अनथक कार्य :-


सूचना का अधिकार अधिनियम ( RTI Act.) के अंतर्गत देशभर और सभी राज्यों के प्रायः विभागों को 20,000 से अधिक सूचनावेदन (अपील सहित) भेजकर हज़ारों जनोपयोगी सूचनाएं एकत्र किया, यथा :-- एक्सप्रेसट्रेन ( आरक्षित बोगी) से कष्टदायक 'साइड मिडिल बर्थ' हटाया, रेलयात्रियों को चलती ट्रेन में टिकट की व्यवस्था-प्रक्रिया, BPSC ने परीक्षार्थियों को करोड़ो रुपए के डाकटिकटों को वापस किया, बिहार में 'प्रिंटेड रजिष्ट्रर' से लाखों शिक्षकों की फ्रेश -नियुक्ति, UGC ने NET परीक्षा के रैंक जारी किए, नोटों पर महात्मा गाँधी के सही तस्वीर, अखबारी कागज़ पर खाद्य-सामग्री परोसने और खाने से रोक-आग्रह - इत्यादि सहित केंद्रीय सूचना आयोग , सभी राज्यों के सूचना आयोगों में 'वाद' जीतनेवाले भारत के एकमात्र अपीलकर्ता ।

निजी संग्रहालय के क्षेत्र में :-

कई भौतिक सुखों को त्यागकर और लाखों रूपए खर्चकर हज़ारों गुमनाम पुस्तकों/पत्रिकाओं/दस्तावेजों को इकट्ठेकर 'संग्रहालय' खोला, जिनमें सैंकड़ो विद्वानों/संपादकों के पत्र, अन्य सदी के सिक्के सहित 1947 से अबतक के सिक्के, विविध रेलटिकट, डाक - सामग्री सहित कई दस्तावेज़ भी शामिल हैं, तो अखबारी कतरनें [Newspaper Clippings] 5,92,500 (दि.30.06.2017 तक) इस संग्रह में, जिसे 'Most Newspaper Clippings' शीर्षक से 'Limca Book of Records 2018' के लिए शामिल किया गया । एक माह में राष्ट्रीय अखबारों  में  संपादक के नाम 56 पत्र प्रकाशित, जो world record होने के कारण यह रिकॉर्ड Guinness World Records में दर्ज हुआ ।

सम्मान और पुरस्कार :-

माननीय प्रधानमन्त्री श्री चंद्रशेखर से 1991 में प्रशंसित - कविता 'तुम पक्के हिन्दुस्तानी' को राष्ट्रीय कविता अवार्ड- 1994-95, जिसे इसी साल महामहिम राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा ने भी सराहे । 'भूचाल' पत्रिका के सम्पादन (1991-96) पर 'गिनीज़ बुक ऑफ़ रिकार्ड्स' से समीक्षा- पत्र तथा 'आमख्याल' साप्ताहिक-सम्पादनार्थ (1993-96) भारत के दूसरे युवा संपादक हेतु ' लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स' से पत्र प्राप्त । प्रसिद्ध संत महर्षि मेंहीं रचित ' सत्संग- योग' ( चतुर्थ भाग ) की 11 वर्ष की अल्पायु में समीक्षा लिखने और रेडियो प्रसारण पर नेपाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री - सह- कुलाधिपति श्री नागेन्द्र प्रसाद रिज़ाल से ' आनरेरी डॉक्टरेट कार्ड ' प्राप्त । माननीय प्रधानमन्त्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के 'भारत रत्न' मिलने पर प्रथम बधाई- संदेशोत्तर प्राप्त । माननीय प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी से 'मन की बात' लिए वैचारिकी-आदान । दिल्ली और बिहार के माननीय मुख्यमंत्री से RTI- उपलब्धियों हेतु सम्मानित । दैनिक हिन्दुस्तान से ' बिहार शताब्दी नायक ' , दैनिक जागरण से 'आर. टी.आई. के ध्वजवाहक', प्रतियोगिता दर्पण से सर्वश्रेष्ठ निबंध प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त । विज्ञानलेखक श्री गुणाकर मुले ने जहां 'हिंदी भाषा में गणित का पहला अन्वेषक' कहा, तो Google search ने 2008 से अपने 'पेज' में जगह दी । 'All India Radio' कार्यक्रम 'Public Speak' में लगातार 25 सप्ताह तक भागीदारी । संस्कृति मंत्रालय, भारतीय साहित्य- कला अकादेमी, भारतीय दलित - साहित्य अकादेमी, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, राजभाषा विभाग ( बिहार सरकार), पानीपत साहित्य अकादेमी, बालकन जी बारी इंटरनेशनल इत्यादि से सम्मानित । पत्रिका 'आंबेडकर इन इंडिया' ने 2016 का ' सबसे प्रतिभाशाली दलित- बैकवर्ड भारतीय' कहा । प्रकाशनार्थ आलेख 'Nature' विज्ञानपत्रिका को प्राप्त । लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स, इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स ने सम्मानित किया ही, साथ ही तेलुगु बुक ऑफ रिकार्ड्स ने इनके 50 रिकार्ड्स को और बिहार बुक ऑफ रिकार्ड्स ने 300 रिकार्ड्स को सम्मिलित कर 'Multiple Records Holder' का ख़िताब दिया । रेमन मैगसायसाय अवार्ड में नामांकन मिला, तो वर्ष- 2012 से लगातार भारत सरकार गणतंत्र सम्मान 'पद्म सम्मान' (Padma Award) हेतु लगातार 8 वीं बार  (पद्म श्री), लगातार तीन बार 'पद्म भूषण' के लिए नामांकित ।


प्रो0 सदानंद पॉल के हिंदी में प्रकाशित-प्रसारित प्रमुख रचन :-

1. महर्षि मेंहीं कृत् 'सत्संग योग' (चतुर्थ भाग) की समीक्षा- 1986 में नेपाल के तत्कालीन कुलाधिपति से प्रशंसित,
2. देहात में बालकवि गोष्ठी से मुग्ध हुए श्रोता- 1989 में दैनिक आज में,
3. तुम पक्के हिन्दुस्तानी और अन्य कविताएँ- 1989 से भागीरथी में,
4. हिंदी फ़िल्म की गीत समीक्षा-1992 में आकाशवाणी भागलपुर से,
5. महिलाओं की भागीदारी- 1994 में चाइना रेडियो इंटरनेशनल से,
6. पाकिस्तान या पापिस्तान- 1995 में साप्ताहिक आमख्याल में,
7. भारत के दूसरा विक्रमादित्य अटल बिहारी वाजपेयी- 1996 में साप्ताहिक आमख्याल में,
8. समतामूलक समाज में अंतरजातीय अंतरधार्मिक विवाह का महत्व- 2000 में इटीवी बिहार से,
9. दो करोड़ पाँच लाख नौ सौ बारह-तरह से शब्द श्री लेखन- 2001 में दैनिक हिन्दुस्तान पटना में,
10. दलित जातियाँ सवर्ण जातियाँ- 2002 में मासिक हंस में,
11. जीवन अनलिमिटेड एक समीक्षा- 2003 में बी बी सी लंदन से,
12. हिंदुइज़्म और कुरआन की रब्ब उल आलमीन- 2003 में मासिक अहवाले मिशन में,
13. एवेरेस्ट पर सर्वप्रथम पहुँचनेवाला एक भारतीय था- 2003 में मासिक कादम्बिनी में,
14. ईश्वर, धर्म और ब्राह्मण एक आख्यान- 2004 में मासिक अंबेडकर इन इंडिया में,
15. मेहतरानी बहन और चमारिन प्रेमिका- 2004 में मासिक हंस में,
16. दलित समाजशास्त्र का सौंदर्य- 2004 में आकाशवाणी पटना से,
17. सर्वाधिक डिग्रीधारी श्रीकांत जिचकर- 2004 में झिलमिल जुगनू में,
18. दलित साहित्य का समाजशास्त्र- 2005 में वार्षिकी आंबेडकर चिंतन में,
19. समकालीन हिंदी कहानी का ग्रामीण यथार्थ- 2005 में आकाशवाणी पटना से,
20. पूर्वांचल की लोकगाथा : गोपीचंद (शोध), 
21. लव इन डार्विन (ड्रामेटिक फ़िक्शन),
22. पद्म सम्मान के आगे-पीछे (आलेख),
23. जयप्रकाश, नानाजी देशमुख, राममनोहर लोहिया के बारे में (आलेख),
24. डॉ. अब्दुल कलाम के बारे में (आलेख),
25. डॉ. अमिताभ बच्चन के बारे में (आलेख)..... इत्यादि ।

प्रो0 सदानंद पॉल के प्रकाशित प्रसारित गणित-विज्ञान आलेख :-

1. सदानंद पॉल की गणित डायरी- 1998 में द्वितीय संस्करण,
2. विज्ञानलेखक के गलत आंकड़े- 2000 में मासिक आजकल में,
3. एक गणितीय प्रश्न का के सोलह सौ तरीके से हल- 2002 में नोटरी कटिहार से एफिडेविट,
4. कुछ सोचनीय गणितीय उलझने- 2002 में विज्ञान प्रगति में,
5. गणित के कुछ नये पुराने नियम- 2003 में ज्ञान विज्ञान में,
6. गुणा के बारे में बताइये न भैया- 2003 में मासिक झिलमिल जुगनू में,
7. पाई के समानांतर मान और भूकंप की भविष्यवाणी- 2004 में अ भा विज्ञान सम्मलेन, NPL सभागार नई दिल्ली में प्रस्तुति,
8. वैश्विक गणित में भारतीय गणितज्ञों की स्थिति- 2004 में विज्ञान प्रगति में,
9. सम विषम और अभाज्य संख्याओं पर एक नज़र- 2004 में ज्ञान विज्ञान में,
10. भूकंप की क्षमता और उनके आने की पूर्व घोषणा- 2005 में NRDC नई दिल्ली को पेटेंट के लिए आवेदन,
11. एक से एक लाख तक की संख्याओं के वर्गमूल निकालने की मौखिक विधि- 2005 में झिलमिल जुगनू में,
12. कोपरेकर नियतांक को गलत साबितकर यूनिक नंबर 2178 की खोज- 2008 में अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी से प्रशंसित,
13.आगामी अभाज्य संख्याऐं जानने के सूत्र- 2015-16 में Nature विज्ञान पत्रिका और Abel Prize के लिए प्रेषित,
14.समय का वेग (Velocity of Time) के निर्धारण के लिए 15 वर्षीय कार्य पर पांडुलिपि,
15.महान भारतीय गणितज्ञ 'रामानुजन' व 'रामानुजम' जयंती पर विशेष आलेख.... इत्यादि ।

प्रो0 सदानंद पॉल के बारे में अन्य जानकारी :-

1. भारत के दूसरे सबसे युवा संपादक- Limca book of Records के पत्र,
2. महामहिम राष्ट्रपति प्रशंसित राष्ट्रीय कविता अवार्ड- 1994-95,
3. 1996 में भूचाल हेतु गिनीज़ बुक ऑफ़ रिकार्ड्स के समीक्षापत्र प्राप्त,
4. 14000 से ऊपर RTI आवेदन, RTI क्षेत्र में माननीय मुख्यमंत्री-द्वय से सम्मानित,
5. दैनिक हिन्दुस्तान से बिहार शताब्दी नायक सम्मान,
6. दैनिक जागरण से RTI के ध्वजवाहक,
7. आंबेडकर इन इंडिया से अतिप्रतिभाशाली भारतीय दलित बैकवर्ड लेखक का खिताब,
8.प्रतियोगिता दर्पण से द्वितीय पुरस्कृत सर्वश्रेष्ठ निबंधकार,
9.हिंदी भाषा में गणित का पहला अन्वेषक,
10. All India Radio के कार्यक्रम Public speak में लगातार 25 सप्ताह भागीदारी,
11. संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार; भारतीय दलित साहित्य अकादेमी, भारतीय साहित्य कला अकादेमी, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद् , राजभाषा विभाग बिहार सरकार से सम्मान प्राप्त... इत्यादि,
12.Making India ने 'Mr. Encyclopedia' का ख़िताब दिया,
13.ब्लॉग- अपनी माटी, जानकीपुल, प्रतिलिपि, मैसेंजर ऑफ़ आर्ट, ग्लोबल गुमटी इत्यादि में रचना प्रकाशन,
14.तीन सौ साठ से अधिक रिकार्ड्स होल्डर,
15.राष्ट्रपति सचिवालय से लेकर एक व्यक्ति के लिए भी Drafting कर ड्राफ्ट-लेखन की संख्या एक लाख से ऊपर पहुँचाया... इत्यादि ।


-- प्रधान प्रशासी-सह-प्रधान संपादक ।

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