MESSENGER OF ART

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • Contribute Here
  • Home
  • इनबॉक्स इंटरव्यू
  • कहानी
  • कविता
  • समीक्षा
  • अतिथि कलम
  • फेसबुक डायरी
  • विविधा

9.27.2018

'गूगल के 20 साल पूरे : हैप्पी बर्थडे GOOGLE'

 मैसेंजर ऑफ ऑर्ट     27 September     विविधा     No comments   

उन्हें बच्चा-बच्चा जानता है । उनकी खोज को मिटाना इतना आसान नहीं है । वह हर लोगों के सवालों का जवाब देता है यानि सिम्पल शब्दों में कहूँ, तो वह आज के युग के ज्ञान का खजाना है, लेकिन उस खजाना का गलत उपयोग भी हो रहा है । गलत बातों को छोड़ते हुए, मैसेंजर ऑफ आर्ट में आज उनकी 20वीं वर्षगाँठ पर उनके बारे में थोड़ा-बहुत जानने का प्रयास करते हैं, उनसे पहले उन्हें 21वीं जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनायें ...



'गूगल के 20 साल पूरे : हैप्पी बर्थडे GOOGLE'


जन्मतिथि - 27/09/1998
लिंग - FEMALE
नाम - GOOGLE
जन्मस्थान - CALIFORNIA, U.S.
माता और पिता का नाम - लैरी पेज और सर्गी ब्रिन.
कार्य - विलक्षण प्रतिभा के धनी ।

आज से 20 साल पहले 1998 में स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के दो दोस्तों लैरी पेज और सर्गी ब्रिन ने मिलकर इतिहास रचते हुए एक नया सर्च इंजन लॉन्च किया था। इसका मकसद था कि दुनियाभर की सभी जानकारी तक, सभी लोगों की पहुंच और आज 27 सितम्बर को गूगल अपनी 20 वीं वर्षगांठ मना रहा है । आज विश्व में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है, जिन्हें शायद गूगल से लगाव न हो, लेकिन तकनीक के बड़े बदलाव के बाद जहाँ बहुत सारे कार्य आसान हुए हैं, वहीं विज्ञान अभिशाप बनती जा रही है । गूगल यू ही फलता फूलता रहे और डूडल के रूप में हमें हँसाते रहे । उन्हें जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें पर मानवता के इस गूगलिंग युग में रिश्तों की भावनाओं को कोई ठेस न हो, गूगल से हम भारतवासियों का यह अनुरोध है ।

-- प्रधान प्रशासी सह संपादक ।
  • Share This:  
  •  Facebook
  •  Twitter
  •  Google+
  •  Stumble
  •  Digg
Newer Post Older Post Home

0 comments:

Post a Comment

Popular Posts

  • 'रॉयल टाइगर ऑफ इंडिया (RTI) : प्रो. सदानंद पॉल'
  • 'महात्मा का जन्म 2 अक्टूबर नहीं है, तो 13 सितंबर या 16 अगस्त है : अद्भुत प्रश्न ?'
  • "अब नहीं रहेगा 'अभाज्य संख्या' का आतंक"
  • "इस बार के इनबॉक्स इंटरव्यू में मिलिये बहुमुखी प्रतिभाशाली 'शशि पुरवार' से"
  • "समाजसेवा के लिए क्या उम्र और क्या लड़की होना ? फिर लोगों का क्या, उनका तो काम ही है, फब्तियाँ कसना !' मासिक 'इनबॉक्स इंटरव्यू' में रूबरू होइए कम उम्र की 'सोशल एक्टिविस्ट' सुश्री ज्योति आनंद से"
  • 'जहां सोच, वहां शौचालय'
  • 'बाकी बच गया अण्डा : मैसेंजर ऑफ़ ऑर्ट'
  • 'जानकीपुल.कॉम' के शिल्पकार श्री प्रभात रंजन से 'इनबॉक्स इंटरव्यू'
  • "प्यार करके भी ज़िन्दगी ऊब गई" (कविताओं की श्रृंखला)
  • "एक शरीफ़ लेखक की शरीफ़ाई 'कोठागोई"

Categories

  • अभियान
  • आपबीती
  • आलेख
  • मन की बात
  • मैसेंजरनामा
  • लघुकथा
  • शोध आलेख
Powered by Blogger.

Copyright © MESSENGER OF ART