RTI :- इस कानून को लागू करनेवाला भारत दुनिया का 61वां देश है, इसकी नींव स्वीडन में 1766 में रखी गयी थी । इसके ठीक 200 साल बाद 1966 में अमेरिकी कांग्रेस ने इसे कानूनी रूप दिया । आज 12 अक्टूबर के दिन भारत में इस कानून को लागू किया गया था, और RTI आज अपने जन्मदिन के 12 साल पूर्ण कर अगले साल में प्रवेश कर गए है । आइये पढ़ते है '12 साल की लघु यात्रा, लघु आलेख में.....!!
उनका जन्म हालांकि भारत में बहुत लड़ाई के बाद 12 अक्टूबर 2005 को हुआ,लेकिन वह 1766 में स्वीडन में ही पैदा ले चुका था । लोग उन्हें उनके अंग्रेजी नाम -- RTI से खूब जानते है पर लोग उसे उनके उपनाम -- 'एक और आज़ादी' से विकसित कर चुके है। वैसे हिंदी भाषा में ग्रामीण बिरादरी के लोग उन्हें 'सूचना का अधिकार' कह पुकारते हैं लेकिन उम्र के किशोरावस्था यानी कि 12 साल गुजराने के बाद, यह बच्चा बड़े-बड़े लोगों के भ्रष्टाचार को खत्म करने की हिमाकत जुटाते आगे बढ़ रहा है और अपनी एक बड़ी फ़ॉलोअर्स बना ली हैं, जिन्हें नाम मिला हैं 'एक्टिविस्ट' लेकिन इन फ़ॉलोअर्स बने एक्टिविस्ट्स को कभी-कभी भ्रष्टाचारी दीमकों के फौज निचोड़कर मार डालते हैं लेकिन ये फिर जन्म लेते है, अपने देश को बचाने ।
-- प्रधान प्रशासी-सह-संपादक ।
उनका जन्म हालांकि भारत में बहुत लड़ाई के बाद 12 अक्टूबर 2005 को हुआ,लेकिन वह 1766 में स्वीडन में ही पैदा ले चुका था । लोग उन्हें उनके अंग्रेजी नाम -- RTI से खूब जानते है पर लोग उसे उनके उपनाम -- 'एक और आज़ादी' से विकसित कर चुके है। वैसे हिंदी भाषा में ग्रामीण बिरादरी के लोग उन्हें 'सूचना का अधिकार' कह पुकारते हैं लेकिन उम्र के किशोरावस्था यानी कि 12 साल गुजराने के बाद, यह बच्चा बड़े-बड़े लोगों के भ्रष्टाचार को खत्म करने की हिमाकत जुटाते आगे बढ़ रहा है और अपनी एक बड़ी फ़ॉलोअर्स बना ली हैं, जिन्हें नाम मिला हैं 'एक्टिविस्ट' लेकिन इन फ़ॉलोअर्स बने एक्टिविस्ट्स को कभी-कभी भ्रष्टाचारी दीमकों के फौज निचोड़कर मार डालते हैं लेकिन ये फिर जन्म लेते है, अपने देश को बचाने ।
-- प्रधान प्रशासी-सह-संपादक ।
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