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2.23.2017

"कटी-पतंग की भाँति बचपना"

 मैसेंजर ऑफ ऑर्ट     23 February     कविता     No comments   

आजकल प्रेम-सन्देश भेजने के अनेक सोशल-मीडियाई नुस्खें हैं । कुछ दशक पहले तक प्यार के जो इजहार होते थे, वो तरीके अब है ही नहीं ! परंतु दशक पुराने नुस्खे को अभी के परिप्रेक्ष्य में अहसास पाकर सिर्फ अनुभूति ही महसूस कर सकते हैं !अरे, वही तरीके -- दिमाग में नहीं आया क्या ? पतंग पर  I LOVE U लिखकर पसंदीदा लड़की के घर पर कटी पतंग को गिराना और यदि होने वाली 'प्रेमिका' को पतंग-प्रेमी नहीं चाहिए तो उन्हें दिखाते इकतरफा प्रेम दर्शाने के प्रेमी 'पतंग' को ऐसे फाड़ते हैं कि कहिये मत-- पाठकगण काफी समझदार हैं, समझ सकते हैं ! कुछ यादें हमें पतंगों -से विचलित कर देते हैं । हम ये सोचने लगते हैं , काश ! हम फिर उसी उम्र में पहुँच जायें , पर ऐसा नहीं हो पाता है, क्योंकि 'कटी-पतंग' प्रेम के डोर से वैसे ही बिछुड़ जाती हैं, जैसी कि यादें यानी खुशियाँ भरा दुःख अथवा दुःखयारी ख़ुशी ! लो, मैं भी कहाँ आ फंसा ? चलिए आज मैसेंजर ऑफ़ ऑर्ट  आज आपको मिलाते हैं, कवि अरुण शर्मा और उनकी कविता 'पतंग' से ! तो आइये पढ़ते हैं , उनकी कविता........




पतंग 


सच में !
आज कल जिंदगी भी 
एक पतंग हो गई है 
इसे उड़ान भरने के लिए 
मन मुआफिक हवाएं नहीं मिलती, 
वहीं सांसें तो मिलती 
पर वफाएं नहीं मिलती !

दो रुपये की पतंगों को 
लूटने के लिए 
दो किलोमीटर भागते थे, 
क्योंकि खुशियाँ मिलती थी 
तो भागना आज भी याद है, 
पर खुशियाँ पाने की 
आज भी फरियाद है !

दौड़ती-भागती जिंदगी की 
आपा-धापी में लोग 
पतंगों को भूल गए 
क्योंकि / उन्हें परेशानियाँ मिलती हैं ,
अब तो मान लो पतंग की तरह,
हमारा अस्तित्व भी है कुछ 
जो छोड़ गयी है, नयी निशानियाँ !

हमें भी कभी हवाओं में 
कभी फिजाओं में, 
तो कभी दिल से ऊंची उड़ान 
भरनई चाहिए, 
फिर कट कर / कहीं दूर गिरना चाहिए ।

मैं कटने के लिये तैयार हूँ 
कोई लूट ले तो, ...और अच्छा !
हमें भी तब मिल जाएगा, 
अपना बचपना  !
वो आजादी और वो मजा भी
जो अब फ़ख़्त घड़ी के सुइयों में ही 
सिमट कर रह गया है ! 




नमस्कार दोस्तों ! 


'मैसेंजर ऑफ़ ऑर्ट' में आप भी अवैतनिक रूप से लेखकीय सहायता कर सकते हैं । इनके लिए सिर्फ आप अपना या हितचिंतक Email से भेजिए स्वलिखित "मज़ेदार / लच्छेदार कहानी / कविता / काव्याणु / समीक्षा / आलेख / इनबॉक्स-इंटरव्यू इत्यादि"हमें  Email -messengerofart94@gmail.com पर भेज देने की सादर कृपा की जाय ।
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