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6.25.2017

'मैं फिर आऊँगी : आराधना शुक्ला'

 मैसेंजर ऑफ ऑर्ट     25 June     अतिथि कलम     2 comments   

सुश्री आराधना शुक्ला की प्रस्तुत रसपूर्ण कविता में  कवयित्री ने 'प्रेमिका' बन या  माध्यम बनकर काव्य-शब्द के बदले लेखनी द्वारा अपनी टीस को उकेरी हैं, जो अपने बेवफ़ा प्रेमी के लिए 'वफ़ा' बन सबकुछ लूटा देना चाहती हैं, लेकिन शब्द-जाल से ऐसी चक्रव्यूह बन गयी है कि प्रेमी कौन हैं कवयित्री  हमें  अंत तक 'सस्पेंस' में डाले रखती है । कविता ख़त्म हो जाती है, फिर भी लगता है, कविता अभी बाकी है । यही तो कवयित्री की पहचान है और सुश्री शुक्ला जी की कविताई-आराधना है । मैसेंजर ऑफ़ ऑर्ट में आज पढ़िये 'एक इन्तेजार  और कई कसक' को समेटी युवा कवयित्री की बिंदास-कविता 'मैं फिर आऊँगी' ...



'मैं फिर आऊँगी'

क्या लिखूँ तुम्हें---
प्रेरण, आश, विश्वास 
या बुझे दीये की श्वाँस
अबतक मैं अनजान हूँ तुमसे
अबतक तुम्हें देख न पायी
आखिरकार कौन हो तुम ?
क्या प्रिय मेरे या गैरे हो
सुबह या रात अंधेरे हो
अपने हो या पराये हो
पर जो भी हो मुझमें समाये हो |

मेरी टूटी - फूटी तुकबन्दियाँ,
बेस्वाद कवितायें ,अर्थहीन शब्द या
सार्थक हुये तुम्हारी शरण में
तुम्हारा आरम्भ पाया मैंने,
अपने बालपन के ककहरे में,
पर अन्त  है बिलकुल अनजान 
तुम्हारी व्यापकता--- 
मेरे जीवन के हर छोर में
तुम सीमित मेरे दृगों की कोर में
तुम रससिक्त गहन सागर में 
भावों का छिछला दरिया मैं
फिर भी तुम प्यासे मेरे,
नीरस नैनों की बारिश रे
तुम उपवन के मृदु वसन्त 
मैं सूखे - शज़र का पतझड़-अंत
तुम कल का स्वर्णिम प्रभात
मैं काली रजनी प्रतिपल आत
तुम तेज, उजास, अंगारे 
मैं कोई बुझती चिंगारे
तुम अजेय, अटल और अनुपमा
मैं अभीरू औ' तुच्छ-सी उपमा |

आखिर कहाँ हूँ इस लायक कि
व्यक्त तुम्हे मैं कर पाऊँ जी
तुमसे उपजी, तुममें विकसि
अंत तुम्ही में मिल जाऊँ जी
मैं अबोध, अज्ञानी हूँ---
नहीं लिख पाऊँगी तुम्हें
करते - करते अभिव्यक्त तुम्हें
मैं भावहीन हो जाऊँगी
तो अर्थ तुम्हारा खोलूँगी 
सारहीन हो जाऊँगी |

बस एक कसक रह जाएगी,
तुमसे न कह पाएगी ,
न रह पायी तुमसे जुड़कर
तुम सबकुछ थे मेरे
पर अंशमात्र भी ना मिले रे
चलो, फिर कोई बात नहीं 
और कभी फिर आऊँगी 
अपनी सर्वस्व लुटाकर--
मैं "कुछ" तो बन पाऊँगी 
मैं फिर आऊँगी ,
हाँ, फिर आऊँगी |
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2 comments:

  1. रजनीश 'शब्दभेदी'January 12, 2017

    बहुत ही बढियां 👍

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    Replies
      Reply
  2. मैसेंजर ऑफ ऑर्टJuly 02, 2018

    शुक्रिया !

    ReplyDelete
    Replies
      Reply
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