MESSENGER OF ART

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • Contribute Here
  • Home
  • इनबॉक्स इंटरव्यू
  • कहानी
  • कविता
  • समीक्षा
  • अतिथि कलम
  • फेसबुक डायरी
  • विविधा

8.16.2016

'ओलिंपिक पदक'

 मैसेंजर ऑफ ऑर्ट     16 August     लघुकथा     No comments   

माँ मुझे मत मारो , मैं जीना चाहता हूँ ।
नहीं मैं तुम्हें जन्म नहीं दे सकती !
क्यों माँ ??
मुझे दुनिया देखने का हक़ नहीं है ।
हक़ तो है लेकिन दुनिया वाले मेरी गलतियों का सजा , तुझे देंगे ।
माँ आपने क्या गलतियाँ की है जो मुझे , उसकी सजा मिलेगा ।
बेटे यह मैं नहीं बता सकती ।
मैं जानती हूँ माँ ,
पर आप जब मुझे मारना ही चाहती थी तो "लिंग-परीक्षण" क्यों करवाई ।
लिंग परीक्षण में मैं 'लड़की' न होकर 'लड़का' हुआ , तो भी आप मुझे मारने पर तुली है क्यों ?
क्योंकि मैं 'कुँवारी माँ' हूँ और समाज ऐसे बच्चे को पाप कहते हैं
और लोग तुम्हारा अपमान करेंगें और तुम लड़की होते तो जो मेरे साथ हुआ "वो" तुम्हारे साथ भी हो सकती.... थी / हो सकता.... था ?
पर "माँ" लोगों को क्यों नहीं बता देती कि 'ओलंपिक के सेलेक्शन समिति' में लोग खेल नहीं , 'देह' देखते हैं और कैसे आपको 'यूज़' किया ,
आपके साथ खेला,
कैसे आपकी निचुड़ी देह यहीं रह गयी और 'उनका खेल' आगे हो गया ?
माँ सोचती रही और अपने 'पेट' के उभरे भाग को देखती रही.... 
कि क्या यही मेरा ओलंपिक पदक है ???


-- प्रधान प्रशासी-सह-प्रधान संपादक ।

  • Share This:  
  •  Facebook
  •  Twitter
  •  Google+
  •  Stumble
  •  Digg
Newer Post Older Post Home

0 comments:

Post a Comment

Popular Posts

  • 'रॉयल टाइगर ऑफ इंडिया (RTI) : प्रो. सदानंद पॉल'
  • 'महात्मा का जन्म 2 अक्टूबर नहीं है, तो 13 सितंबर या 16 अगस्त है : अद्भुत प्रश्न ?'
  • "अब नहीं रहेगा 'अभाज्य संख्या' का आतंक"
  • "इस बार के इनबॉक्स इंटरव्यू में मिलिये बहुमुखी प्रतिभाशाली 'शशि पुरवार' से"
  • 'बाकी बच गया अण्डा : मैसेंजर ऑफ़ ऑर्ट'
  • "प्यार करके भी ज़िन्दगी ऊब गई" (कविताओं की श्रृंखला)
  • 'जहां सोच, वहां शौचालय'
  • "शहीदों की पत्नी कभी विधवा नहीं होती !"
  • 'कोरों के काजल में...'
  • "समाजसेवा के लिए क्या उम्र और क्या लड़की होना ? फिर लोगों का क्या, उनका तो काम ही है, फब्तियाँ कसना !' मासिक 'इनबॉक्स इंटरव्यू' में रूबरू होइए कम उम्र की 'सोशल एक्टिविस्ट' सुश्री ज्योति आनंद से"
Powered by Blogger.

Copyright © MESSENGER OF ART