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6.01.2016

हैप्पी बर्थडे ग्लोबमाता ..!!

 मैसेंजर ऑफ ऑर्ट     01 June     कविता     No comments   

22 अप्रैल ...!!
                                                 हैप्पी बर्थडे ग्लोबमाता ..।।
पृथ्वी आज तुम्हारी बर्थडे डे है
आज तुम 4.54 अरब साल की हो गयी हो
तुम अब भी जवान हो , लेकिन मोटी हो गयी हो
तुम्हारी भार 597290000000000 अरब किलोग्राम हो गयी है
पर तुम्हारी DIA. में कोई चेंजिंग नहीं है
वो तब भी 6371 KM थी अब भी उतनी है ।
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तुम्हारे पिता सूर्य कितने बड़े निर्मोही निकले ...!!
तुम्हे ब्याह दी 149,500,000,KM दूर ..
जहाँ रिश्तेदार में भी कोई नहीं है आस-पास
एक भाई है चन्द्रमा वो भी है 370,300 KM दूर..!!
जो पिता के निर्मोहिता भरी गर्मी के कारण
भाई होकर बहन को शीतल करना फ़र्ज़ मानता है
हो भी क्यों नहीं इकलोती बहन जो ठहरी ...!!
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तुम्हारी बर्थडे डे पर एक वो ही दिल से गिफ्ट भेजता है
की तुम जियोगी 2.4 अरब साल या उससे भी अधिक
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और बच्चों के तरफ से मिलती है तुम्हे गिफ्ट के रूप में
PESTICIDE की पुड़िया , जो तुम्हे बाँझ बना रही है
POLYTHENE की नमकहरामी ,जो तुम्हारी आँसू छीन रही है
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तुम्हारे बच्चे मामा की शीतलता को स्वीकार नहीं करते
क्योंकि बच्चों ने बना लिए REFRIGERATOR
जिनमें होते है खतरनाक रसायन
जो करते है तुम्हारी ममतामयी परतों को कमजोर
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लेकिन तुम धारण करती हो , नदियों के पानी को
जो देती है मिठास भरी ज़िन्दगी इंसानों को
तुम्हारी 1.4 करोड़ प्रजातियाँ बच्चे काट रहे है तुम्हारी सहेली पेड़ों को
ताकि हो सके उनकी खानापूर्ति रहने की ..!!
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तुम्हारे बच्चे 6 अरब किलोग्राम कूड़ा रोज समुन्द्र में डालते है
पर कोई तुम्हारी आँसू नहीं देख पाते है उफनती समुद्री तूफान के रूप में ..!!
 
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per 8 सेकंड में एक बच्चा गंदा पानी पीने से मर जाते है माँ बस दूसरे बच्चों को समझाने  में रह जाते है ..!!
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तुम्हे हर कोई अलग-अलग नाम से पुकारते है
कोई तुम्हे भूमि , तो कोई तुम्हे गैय
कोई तुम्हें धरा ,तो कोई टेरा कहते है
पर तुम्हे मैं माता या माँ या ग्लोबमाता ही कहूँगा ..!!
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क्योंकि माँ ही समझ पाति है दर्द बच्चों की , चाहे बच्चे पुत्र हो या कुपुत्र ..!!
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