नूतन वर्ष 2022 में 'मैसेंजर ऑफ़ आर्ट' के आदरणीय पाठकगण ! आइये, पढ़ते हैं; सुश्री ज्योति राजपूत के सुविचारों को.......
सुश्री ज्योति राजपूत |
हालात बदल सकते हैं, लोग बदल सकते हैं, परन्तु आप बदलेंगे की नहीं, ये आप निश्चित करते हैं। लोग और परिस्थितियां हमारे नियंत्रण से बाहर हैं, वो अपनी प्रकृति के अनुसार ही चलेंगे। समय के साथ ये अच्छे और बुरे भी होंगे पर उसमें आपकी स्थिरता और मानवता का साथ किसी भी स्थिति में न छोड़ने का संकल्प बुरे-से-बुरे हालातों में भी अपने मार्ग पर बने रहने की शक्ति आपमें स्वयं उत्पन्न करेगा, परन्तु श्रद्धा और समर्पण इस मार्ग की अनिवार्यता है, बाकी ये मार्ग ऐसा है, जहाँ मान-सम्मान, पाना-खोना इन बातों का कोई मतलब ही नहीं बनता, आप अपने कार्यों की धुन में ही मस्त और व्यस्त !
नमस्कार दोस्तों !
'मैसेंजर ऑफ़ ऑर्ट' में आप भी अवैतनिक रूप से लेखकीय सहायता कर सकते हैं। इनके लिए सिर्फ आप अपना या हितचिंतक Email से भेजिए स्वलिखित "मज़ेदार / लच्छेदार कहानी / कविता / काव्याणु / समीक्षा / आलेख / इनबॉक्स-इंटरव्यू इत्यादि"हमें Email -messengerofart94@gmail.com पर भेज देने की सादर कृपा की जाय।
0 comments:
Post a Comment