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5.23.2019

'एग्जिट पोल : सही या गलत'

 मैसेंजर ऑफ ऑर्ट     23 May     विविधा     No comments   

चुनावी मौसम में आइये आज मैसेंजर ऑफ आर्ट में पढ़ते हैं, एग्जिट पोल के बारे में, क्या यह सही होते हैं या गलत ।


मतगणना से स्पष्ट हो गए हैं कि एग्जिट पोल इसबार सच साबित हो रहे हैं । पहले प्रत्येक चरण के चुनाव के तुरंत बाद एग्जिट पोल होती थी, इससे मतदातागण जो कि अभी वोट नहीं डाले हैं, वे दोनों कयासों से प्रभावित होते थे यानी जो पक्ष जीत रहा है, उनके पक्ष में वोट डालना अथवा जो पिछड़ रहे हैं, उसके प्रति हमदर्दी जताते हुए उसके तरफ भारी मत प्रदान करना । राजनीतिक दलों के विरोध के कारण भारत निर्वाचन आयोग ने एग्जिट पोल को अंतिम चरण का चुनाव सम्पन्न होने के बाद ही प्रसारित और प्रकाशित होने को 'आदर्श चुनाव संहिता' के अंतर्गत माना है । 17 वीं लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद जो एग्जिट पोल में खुलासा हुआ, उनमें लगभग अनुमानों में एक ही पार्टी व इसके समर्थित गठबंधन को बहुमत प्राप्त करते अथवा बहुमत के समीप बताया गया है । यह सिर्फ़ अनुमान है, क्योंकि हाल के विधानसभा चुनाव-परिणामों सहित बिहार विधानसभा चुनाव-परिणाम, दिल्ली विधानसभा चुनाव-परिणाम और खासकर 2004 के लोकसभा चुनाव परिणामों से ऐसे एग्जिट पोल की भविष्यवाणी फेल हुई है । यह सिर्फ गणित की प्रोबेबलिटी थ्योरी पर आधारित है । यह मुट्ठी भर लोगों व मतदाताओं के आँकड़े पर आधारित होते हैं, तथापि कई बार इसके परिणाम सटीक भी प्राप्त हुए हैं और हो भी रहे हैं।

(फ़ोटो :-- साभार गूगल । )

-- प्रधान प्रशासी-सह-प्रधान संपादक ।
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