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7.26.2021

कालजयी कृति 'शादी की वजह' का पोस्टमार्टम...(लप्रेस यानी लघु प्रेरक समीक्षा)

 मैसेंजर ऑफ ऑर्ट     26 July     समीक्षा     No comments   

आइये, मैसेंजर ऑफ आर्ट में पढ़ते हैं, उपन्यास वेंटिलेटर इश्क़ के लेखक द्वारा समीक्षित कथासम्राट प्रेमचंद की कथा शादी की वजह की शानदार समीक्षा.......

फ़ोटो साभार- गूगल

प्रेमचंद रचित कहानी 'शादी की वजह' !
किसी घटना के होने की कोई न कोई वजह होती है ! ऐसी घटनाएँ अकस्मात होती हैं, किन्तु शादी की घटनाएँ संस्कार निहित होकर 'नियोजित' होती हैं।
क्या शादी संस्कार प्रकृति में मानवीय वंशानुक्रम को बरकरार रखने के लिए संपादित होते हैं ? क्या शादी दैहिक संतुष्टि या शारीरिक मनोरंजन के लिए किए जाते हैं ?
वैसे मनुष्यों में ही यह संस्कार है, क्योंकि यह अगर नहीं हो तो बलात्कृत या जोर-जबर्दस्ती की समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं ! पशु-पक्षियों में शादी नहीं होती या तो प्रेम होती है या जोर-जबर्दस्ती !
जो भी हो, प्रेमचंद रचित कहानी 'शादी की वजह' कथा तो बिल्कुल नहीं है, क्योंकि नहीं होने को लेकर कथाकार ने इन बातों में शादी करने की कई वजह बताएँ हैं, न कि कोई एक वजह !
....लेकिन कुछ बातें और कुछ वजहें तो प्रेमचंद की ज़िन्दगानी की भाँति ही परिलक्षित होती है ? यथा- "मेरी पहली बीवी की औलाद को परवरिश की जरूरत थी, इसलिए शादी की !"

नमस्कार दोस्तों ! 

'मैसेंजर ऑफ़ ऑर्ट' में आप भी अवैतनिक रूप से लेखकीय सहायता कर सकते हैं।
 इनके लिए सिर्फ आप अपना या हितचिंतक Email से भेजिए स्वलिखित "मज़ेदार / लच्छेदार कहानी / कविता / काव्याणु / समीक्षा / आलेख / इनबॉक्स-इंटरव्यू इत्यादि"हमें  Email -messengerofart94@gmail.com पर भेज देने की सादर कृपा की जाय।


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